प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश के आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद कारीगर परिवारों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने और रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद करना है। इस योजना के तहत, कारीगरों को अपने काम के विस्तार के लिए ऋण प्रदान किया जाता है और ₹15,000 की सहायता राशि टूलकिट खरीदने के लिए दी जाती है। इस लेख में, हम जानेंगे कि यह राशि आपके खाते में कब आएगी और इसे ऑनलाइन कैसे चेक करें।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य और लाभ
भारत सरकार समय-समय पर नागरिकों के कल्याण के लिए नई योजनाएं लेकर आती है। इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की गई है।
इस योजना के मुख्य लाभ:
- टूलकिट खरीदने के लिए सहायता राशि:
कारीगरों को ₹15,000 की राशि प्रदान की जाती है ताकि वे अपना काम बेहतर तरीके से कर सकें। - आर्थिक सहायता और रोजगार:
योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और रोजगार के अवसर प्रदान करना है। - ऋण सुविधा:
17 अलग-अलग प्रकार के कारीगरों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए विशेष ऋण सुविधाएं दी जाती हैं। - 7-दिन का निःशुल्क प्रशिक्षण:
सभी लाभार्थियों को 7 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसके बाद ही उन्हें सहायता राशि और टूलकिट प्रदान की जाती है।
₹15,000 की राशि कब तक आएगी?
अगर आपने भी प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन किया है और टूलकिट के लिए ₹15,000 की राशि का इंतजार कर रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि सरकार अब सभी पात्र लाभार्थियों के खातों में यह राशि ट्रांसफर कर रही है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
- यह राशि केवल उन्हीं कारीगरों को दी जाएगी जिन्होंने योजना के तहत आवेदन किया है और 7-दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया है।
- प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, पात्र लाभार्थियों के खाते में यह सहायता राशि ट्रांसफर की जाती है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में कितनी राशि मिलेगी?
- टूलकिट खरीदने के लिए ₹15,000 की सहायता राशि।
- इसके अलावा, व्यवसाय को बढ़ाने के लिए विशेष ऋण सुविधाएं।
- ऋण की ब्याज दर सरकार द्वारा सब्सिडी दी गई होती है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का स्टेटस ऑनलाइन कैसे चेक करें?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके खाते में योजना की राशि आई है या नहीं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
चरण 1: योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- सबसे पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
- होमपेज पर “Beneficiary Status Check” विकल्प खोजें और उस पर क्लिक करें।
चरण 2: लॉगिन करें
- योजना के तहत पंजीकृत मोबाइल नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें।
- अगर आपने अभी तक लॉगिन नहीं किया है, तो पहले “New User Registration” पर क्लिक करें और अपना खाता बनाएं।
चरण 3: स्टेटस चेक करें
- लॉगिन करने के बाद, “Payment Status” विकल्प पर क्लिक करें।
- यहां अपना पंजीकरण नंबर (Registration ID) या आधार कार्ड नंबर डालें।
- इसके बाद “Check Status” बटन पर क्लिक करें।
चरण 4: स्टेटस की जानकारी प्राप्त करें
- आपकी स्क्रीन पर आपके भुगतान का स्टेटस दिखेगा।
- अगर राशि ट्रांसफर हो गई है, तो आपको “Payment Completed” का मैसेज मिलेगा।
- अगर राशि अभी प्रक्रियाधीन है, तो “Under Process” का मैसेज दिखेगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें पूरी होनी चाहिए:
- भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
- आवेदक का नाम सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कारीगर सूची में होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- लाभार्थी को 7-दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करना अनिवार्य है।
जरूरी दस्तावेज
योजना के लिए आवेदन करने और स्थिति जांचने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित)
- मोबाइल नंबर
- प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
महत्वपूर्ण लिंक
क्र.सं. | लिंक का विवरण | लिंक |
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1 | आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
2 | ऑनलाइन पंजीकरण | यहां क्लिक करें |
3 | स्टेटस चेक करें | यहां क्लिक करें |
योजना की मुख्य जानकारी
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना |
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लॉन्च वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | कारीगर और पारंपरिक हस्तशिल्पी |
लाभ | ₹15,000 टूलकिट सहायता और सस्ते ऋण |
ट्रेनिंग का समय | 7 दिन |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | pmvishwakarma.gov.in |
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आर्थिक रूप से कमजोर कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। अगर आपने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है, तो आप ऊपर दिए गए चरणों का पालन करके अपने खाते में सहायता राशि का स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।